Those days when getting bold was related by watching this particular movie. . .
In school, it used to be the news, "ओए पता है राजीव ने दो बार देखि है मर्डर..."
- Mehul Newaskar, MBA (MM), I Year
Once a middle aged woman met a face reader in a function and asked him to tell what her face said, he told that she was a murderer. Listening to this, everyone was shocked and then the inner voice of the lady said "Don't forget that dowry killing done by you and then naming it as a kitchen accident..."
- Divneet Kaur Walia, MBA (MM), I Year
That was the second murder in two weeks. There were three common clues in both murders - throat slitting from behind, a female victim and early morning murder.
Only detective Samar saw through that man's fake identity. He was a disguised murderer.
Of course, who will suspect a milkman?
- Priyanka Dharamsi, MBA (MM), I Year
- Priyanka Agrawal, M.Sc., III Year
ताउम्र ईमानदारी से मिली तंगहाली से परेशान होकर गुप्ता जी की आत्महत्या की कोशिश में बच जाने पर उन पर आत्महत्या की कोशिश का मुकद्दमा दर्ज हो गया। अदालती कार्यवाही से बचने उन्हें खुद को पागल साबित करना पड़ा। इस तरह आत्महत्या में नाकामी के बाद वे अपने स्वाभिमान की हत्या करने में सफल रहे।
- Rahul Jharia, MBA (MM), II Year
मे बहुत खुश थी..इंटरनॅशनल डांस कॉंपिटेशन मे सेलेक्षन जो हुआ था..मगर आज मे अपाहिज़ हू..थिरकति दुनिया मे बस ख़याल चल रहेथे..उस दिन मेरे अरमानो का क़त्ल हुआ था...
- Zoya Warsi, M.Sc., II Year
उसकी नज़रें मुझे नोचती हैं
उसका मेरे पास से गुज़ारना मुझे तडपाता है , उसकी आवाज़ मुझे चुभती है
उस हैवान की हंसी मुझे महसूस करवाती है की में एक इन्सान नहीं मात्र एक आकर्षक पुतला हूँ .....
काश की एक खून माफ़ होता ।
- Divya Bharti, M.Sc., II Year
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